कोरबा, (राष्ट्रीय जनधारा)। एनटीपीसी कोरबा के बाल भवन ने 28 अप्रैल को अपना वार्षिक दिवस समारोह धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सरित माहेश्वरी, परियोजना प्रमुख – एनटीपीसी कोरबा और श्रीमती राखी माहेश्वरी, अध्यक्ष – मैत्री महिला समिति विशेष रूप से उपस्थित थे। अतिथि द्वय ने गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
बाल भवन की प्रभारी श्रीमती मीता भट्टाचार्य ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बाल भवन, एनटीपीसी कोरबा के 33वें वार्षिक दिवस समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाल भवन की महासचिव श्रीमती सरिता सिंह ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। वार्षिक दिवस के अवसर पर बाल भवन के बच्चों द्वारा रंग-बिरंगे परिधानों, नाटक, मधुर संगीत और जीवंत नृत्यों की जबरदस्त धूम रही।
‘धरोहर’ में गणेश वंदना, कार्टून नृत्य और कथक जैसी कई नृत्य प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम में बच्चों की बड़ी भागीदारी के साथ कुछ आकर्षक आंतरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी देखने को मिलीं, जिसने शाम को बेहद खास और मनोरंजक बना दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण राम कथा रही, जिसमें युवा कलाकारों ने विभिन्न पात्रों का चित्रण किया तथा भगवान राम के जन्म से लेकर रावण वध के पश्चात अयोध्या लौटने तक की कथा प्रस्तुत की। राम कथा के संपूर्ण प्रदर्शन में व्यक्ति के कर्तव्यों, अधिकारों तथा सामाजिक उत्तरदायित्वों पर प्रतीकात्मक रूप से चर्चा की गई। इसमें आदर्श पात्रों के माध्यम से धर्म तथा धार्मिक जीवन को दर्शाया गया।
‘धरोहर’ ने एक अद्भुत समृद्ध तथा अत्यंत आकर्षक प्रदर्शन पर जोर दिया। इस प्रस्तुति द्वारा न केवल दर्शकों का मनोरंजन किया गया, बल्कि भारतीय नृत्य के माध्यम से व्यक्त की गई राम कथा के प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व के बारे में भी शिक्षित किया गया। मैत्री महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती राखी माहेश्वरी ने भव्य कार्यक्रम के आयोजन में योगदान के लिए सदस्यों के प्रति आभार तथा धन्यवाद व्यक्त किया।
श्री सरित माहेश्वरी, परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी कोरबा ने अभिनंदन भाषण में बाल भवन विंग को वार्षिक दिवस पर उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी तथा आने वाले दिनों के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर अर्नब मैत्रा, जीएम (ओएंडएम), एस.पी. सिंह, जीएम (एफएम), सोमनाथ भट्टाचार्य, जीएम (मेंटेनेंस), एम.वी. साठे, जीएम (एडीएम) और शशि शेखर, एजीएम (एचआर) उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ।